- क्रिप्टो माइनिंग क्या कहलाती है
जब भी कोई भी ट्रांजेक्शन होता है किसी भी कॉइन का चाहे वह
बिटकॉइन,एथेरिम या कोई भी क्रिप्टो करेंसी हो ।तब जो ब्लॉक्स होते है । वह माइनिंग कंप्यूटर में जाते है ओर जो अल्गोरिथम
माइनिंग कंप्यूटर के द्वारा सॉल्व की जाती है । जो अल्गोरिथम उन कंप्यूटर द्वारो सॉल्व करने पर यूजर को रिवॉर्ड मिलता है उसे हम माइनिंग कहते है।
माइनिंग में आपका कंप्यूटर एक मजदूर की तरह कार्य करता है
जो माइनिंग की सारी अल्गोरिथम सॉल्व करता है और इस कार्य
के बदले आपको रिवॉर्ड के रूप में कुछ कॉइन मिलते है जिनको
बेच कर आपकी कमाई होती है इस पूरी प्रक्रिया को क्रिप्टो माइनिंग कहते है।
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क्या माइनिंग बन्द होगी
माइनिंग एक ऐसी प्रक्रिया है ।जो कंप्यूटर हार्डवेयर के माध्यम से की जाती है। और जो कंप्यूटर हम माइनिंग के लिये इस्तेमाल करते है । उन कंप्यूटर में हमे ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने के ग्राफ़िक कार्ड्स का उपयोग करना पड़ता है । जिसके द्वारा हम ज्यादा से ज्यादा माइनिंग प्रॉफिट काम सकते है । और ज्यादा कॉइन रिवॉर्ड के रूप में प्राप्त करते है। और माइनिंग में 3,4 से लेकर कई ग्राफ़िक कार्ड का इस्तेमाल करते है जो कि माइनिंग रिग कहलाती जो एक कंप्यूटर है । तो किसी कंप्यूटर हार्डवेयर को गवर्नमेंट कैसे बेन कर सकती है। अगर इंटरनेट बेन हुआ तब ही माइनिंग बेन हो सकती है अन्यथा यह संभव नही है।
प्रॉफिट कितना होगा
माइनिंग रिग लगाने से प्रॉफिट कभी भी फिक्स नही होता इसका प्रॉफिट कॉइन के प्राइस पर निर्भर करता है । अगर जैसे आप एथेरिएम माइन कर रहे है और तब एथेरिएम का प्राइस बढ़ता जाता है । तब आपका प्रॉफिट भी बढ़ता जायगा ओर आपको ज्यादा कमाई हो सकती है । और यदि उस कॉइन की प्राइस कम होती जाती है । तब आपको कम प्रॉफिट होने लगता है। और यह सब ब्लॉकचैन की डिफिकल्टी पर निर्भर करता है । और उस पर कितना ज्यादा लोग माइनिंग कर रहे है इन सब पर निर्भर करता है । इसलिये कोई भी प्रॉफिट फिक्स नही होता ।
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